तीन गुना अधिक शक्तिशाली है सोशल मीडिया
जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में १९ सितंबर को गूगल की फैक्ट-चेकिंग वर्कशाॅप हुई। गूगल ट्रेनर अपर्णा प्रवीण ने मीडिया के विद्यार्थियों को फेक न्यूज के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि मैसेज को फाॅरवर्ड करने से पहले उसके फैक्ट को अच्छी तरह से जांच लें। इससे फेक न्यूज के फैलने पर रोक लगेगी। दो सत्रों में हुई कार्यशाला में कंटेंट, इमेजेस और वीडियो चेक करने के तकनीकी और स्मार्ट तरीके बताए। जेयू के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग की ओर से हुई इस कार्यशाला में विद्यार्थियों ने सवाल भी पूछे।
जेईसीआरसी के वाइस चेयरपर्सन अर्पित अग्रवाल ने बताया कि गूगल के साथ इस तरह की कार्यशाला न सिर्फ मीडिया के विद्यार्थियों के लिए जरूरी है बल्कि समाज के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है और जेयू इस तरह के आयोजन के लिए हमेशा ही तत्पर रहती है। कार्यशाला के दौरान प्रेसीडेंट प्रोफेसर डा. डीपी मिश्रा ने मीडिया के विद्यार्थियों के उत्साह की सराहना की और उन्हें समाज का महत्वपूर्ण अंग बताया। वहीं, पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा. अमित शर्मा ने स्वागत वक्तव्य देते हुए वर्तमान समय में फेक न्यूज के प्रति सतर्कता बरतने की बात कही और बताया कि मुख्य मीडिया से तीन गुना ज्यादा जल्दी बातें सोशल मीडिया से फैलती हैं।
पत्रकार और ट्रेनर अपर्णा प्रवीण ने कार्यशाला में मीडिया के विद्यार्थियों और प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने क्विज के माध्यम से भी विद्यार्थियों को फेक न्यूज को पहचानने और उनके फैक्ट चेक करने के बारे में बताया। कार्यशाला के पहले सत्र में उन्होंने कंटेंट और इमेजेस चेक करने की तकनीकी तरीके बताए। वहीं, दूसरे सत्र में उन्होंने फेक वीडियो की जांच करने के बारे में जानकारी दी। इस दौरान गूगल की ओर से लिए जा रहे अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की।
इस मौके पर रजिस्ट्रार एसएल अग्रवाल, डिप्टी रजिस्ट्रार मनीष जैन, एकेडमिक्स के डीन डा. अविरेनी, मैनेजमेंट संकाय के डीन डा. राजीव जैन भी मौजूद थे।
(अंकित कात्यायन की रिपोर्ट )
तीन गुना अधिक शक्तिशाली है सोशल मीडिया
जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में १९ सितंबर को गूगल की फैक्ट-चेकिंग वर्कशाॅप हुई। गूगल ट्रेनर अपर्णा प्रवीण ने मीडिया के विद्यार्थियों को फेक न्यूज के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि मैसेज को फाॅरवर्ड करने से पहले उसके फैक्ट को अच्छी तरह से जांच लें। इससे फेक न्यूज के फैलने पर रोक लगेगी। दो सत्रों में हुई कार्यशाला में कंटेंट, इमेजेस और वीडियो चेक करने के तकनीकी और स्मार्ट तरीके बताए। जेयू के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग की ओर से हुई इस कार्यशाला में विद्यार्थियों ने सवाल भी पूछे।
जेईसीआरसी के वाइस चेयरपर्सन अर्पित अग्रवाल ने बताया कि गूगल के साथ इस तरह की कार्यशाला न सिर्फ मीडिया के विद्यार्थियों के लिए जरूरी है बल्कि समाज के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है और जेयू इस तरह के आयोजन के लिए हमेशा ही तत्पर रहती है। कार्यशाला के दौरान प्रेसीडेंट प्रोफेसर डा. डीपी मिश्रा ने मीडिया के विद्यार्थियों के उत्साह की सराहना की और उन्हें समाज का महत्वपूर्ण अंग बताया। वहीं, पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा. अमित शर्मा ने स्वागत वक्तव्य देते हुए वर्तमान समय में फेक न्यूज के प्रति सतर्कता बरतने की बात कही और बताया कि मुख्य मीडिया से तीन गुना ज्यादा जल्दी बातें सोशल मीडिया से फैलती हैं।
पत्रकार और ट्रेनर अपर्णा प्रवीण ने कार्यशाला में मीडिया के विद्यार्थियों और प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने क्विज के माध्यम से भी विद्यार्थियों को फेक न्यूज को पहचानने और उनके फैक्ट चेक करने के बारे में बताया। कार्यशाला के पहले सत्र में उन्होंने कंटेंट और इमेजेस चेक करने की तकनीकी तरीके बताए। वहीं, दूसरे सत्र में उन्होंने फेक वीडियो की जांच करने के बारे में जानकारी दी। इस दौरान गूगल की ओर से लिए जा रहे अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की।
इस मौके पर रजिस्ट्रार एसएल अग्रवाल, डिप्टी रजिस्ट्रार मनीष जैन, एकेडमिक्स के डीन डा. अविरेनी, मैनेजमेंट संकाय के डीन डा. राजीव जैन भी मौजूद थे।
(अंकित कात्यायन की रिपोर्ट )
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