India to honor martyrs, 559 lamps lit in Ladakh. Kargil Vijay Diwas is observed in honor of the war heroes. The operation, dubbed 'Operation Vijay', conducted on July 26, 1999, saw the Indian Army take back control of key posts in Ladakh after ousting Pakistani troops from the area.
India celebrates Kargil Vijay Diwas on 26 when after more than 60 days of armed conflict at the height of Kargil in Ladakh India won over Pakistan. In what was perhaps the most recent example of high-altitude warfare in mountainous terrain, the Indian Army outnumbered the neighboring country's military forces and regained control of high posts in the region.
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लेकिन मुझे बहुत ही बुरा लगा जब मैंने अपने आस-पास लोगों को हमारे वीर जवानों को सम्मान देते हुए तो दूर आज उन्हें याद भी करते नहीं देखा। आज की पीढ़ी राष्ट्रीय ध्वज के सामने सर नहीं झुकाती, राष्ट्रीय गान को सम्मान नहीं देती, तिरंगे को देख कर फर्क नहीं करती और अपने संस्कार भूलती जा रही है। यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि हम आज उन वीरों को श्रद्धांजलि नहीं दे रहे हैं, उन्हें नमन नहीं कर रहे हैं।
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आज मैं देखती हूं तो समझ आता है कि ज्यादातर नौजवान देश की सेना में सिर्फ इसलिए भर्ती होते हैं क्योंकि उन्हें कॅरियर बनाना है। बहुत कम ऐसे बच्चे हैं जो देश की सेवा करने के लिए सेना में आते हैं।
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मेरे दादाजी ने मुझे हमेशा देशभक्ति से जुड़ी कहानियां सुनाई। वीर जवानों के बलिदान के बारे में बताया और आज भी जब वो कहानियां या आज के दौर में जवानों के बलिदान की बात आती है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। दादी ने सिखाया कि कभी अपने देश की संस्कृति से दूर मत होना और दादाजी ने सिखाया कि खुद की हर ख्वाहिश से पहले देश को रखना।
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अब जहां देखती हूं, वहां सभी गैजेट्स में लगे रहते हैं। मैं खुद भी उनमें से एक हूं लेकिन अपने तिरंगे, दूसरों की कुर्बानियों की इज्जत करना मुझे आता है। बड़ो ने जो सिखाया उन सब बातों से मैं अपनी संस्कृति से भी जुड़ी हुई हूं।
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किसी ने क्या खूब कहा है की: उस माँ को खबर ही नहीं थी की जिस बेटे का वो इंतज़ार कर रही है वो अपना सामान लेकर नहीं बल्कि वो तो तिरंगे में लिपट कर आएगा , उस माँ ने अपने बेटे के कफ़न को खोलने से पहले ही अपने दूसरे जवान बेटे का सामान बांध दिया और बोल पड़ी की जब तक इस माँ के बेटे ज़िंदा हैं तब तक भारत माता पर कोई आंच नहीं आ सकती।
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I wonder if the sacrifice of our patriots who lost their lives for our better future was so easy to forget that now, we most of the times are ashamed of our mother land, that we don't stand up while our National Anthem is sung or we don't care to know about our culture? I wonder and wonder and hope that someday I won't wonder this ever again and will stand united in every moment that India owns with my countrymen with same respect, dignity and pride for my nation.
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“I won't die in an accident or die of any disease. I will go down in glory. Kargil Vijay Diwas, a day to remember the gallant efforts and sacrifices of the Indian Armed Forces. Freedom in mind.”- Indian Soldiers
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Let us all pray for all those who sacrificed their lives for ‘Bharat Maa’ , and their families who handled the situation with calmness and peacefully and salute to those mothers who are always ready to sacrifice their happiness just for sake of other families' peace and happiness.
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SALUTE TO ALL THE SOILDERS, THEIR FAMILIES, THEIR BRAVERY AND THEIR STRENGTH!!
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-Bhavika Nandwana
Well written loved it ❤
ReplyDeleteFabulous ❤️🌼...... Keep it up .. buddy. Nd heart touching ❤️❤️❤️💕
ReplyDeleteGood creation & views.
ReplyDelete👍
Keep it up 🔥🇮🇳
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteYou have a golden nib!
अरे वा बहुत ही ज्यादा शानदार, भारत माता की जय🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
ReplyDeleteKeep it up
ReplyDeleteBeautifully penned ❤️✨
ReplyDeleteBeautiful ❤️ you write soo well 😍
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